व्यक्तित्व परीक्षण के प्रकार ( Types of personality test )
व्यक्तित्व परीक्षण के प्रकार-
व्यक्तित्व परीक्षण के अनेक तरीके होते हैं इनमें से कुछ प्रचलित तरीके निम्न है ।
1- आत्मनिष्ठ प्रकार -
(a) प्रश्नावली विधि
(b) साक्षात्कार विधि
(c) आत्मकथा विधि
(d) ऐतिहासिक विधि
2- प्रक्षेपण विधियां-
(a) रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण
(b) प्रासंगिक अंतर्बोध परीक्षण
(c) खेल विधि
(d) शब्द साहचर्य विधि
3- वस्तुनिष्ठ विधि -
(a) शारीरिक विधि
(b) निरीक्षण विधि
(c) रेखा चित्र विधि
4- मनोविश्लेषक विधि-
(a) मुक्त साहचर्य विधि
(b) स्वपन साहचर्य विधि
रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण-
इसका निर्माण हरमन रोर्षा ने 1921 में किया था । यह एक प्रमुख प्रचलित परीक्षण है। इस प्रकार के परीक्षणों में व्यक्ति के ज्ञानात्मक और भावनात्मक गुण आके जाते हैं । इस परीक्षण में 10 कार्ड होते हैं 5 कार्ड पूरी तरह से काले, 2 पर काले तथा लाल एवं बाकी के तीन कारणों पर रंग-बिरंगे धब्बे होते हैं । प्रत्येक व्यक्ति अपने व्यक्तित्व संरचना के अनुसार इन विभिन्न कारणों पर बने धब्बों पर विभिन्न प्रकार की रचनाएं देखता है। पशु, मानव तथा कोई भी वस्तु दिखाई दे सकती है । प्रयोग कर्ता को यह कहा जाता है कि मैं आप को एक-एक कार्ड करके दूंगा जिन पर स्याही के धब्बे बने होंगे आप उन्हें ध्यान से देखेंगे आपको जो कुछ भी दिखाई दे उसे साथ-साथ बताते जाना है । इस प्रकार के निर्देश देने के बाद प्रयोगकर्ता को एक-एक कार्ड दिए जाते हैं और उनके अनुसार बताए गए विचारों को नोट किया जाता है । बाद में निष्कर्ष प्राप्त किए जाते हैं ।
व्यक्तिगत भिन्नताओं का अर्थ-
प्रकृति का नियम है कि संपूर्ण संसार में कोई भी दो व्यक्ति एक जैसे नहीं हो सकते । उनमे कुछ ना कुछ भिन्नता आवश्यक होगी । यहां तक कि जुड़वा बच्चे शक्ल सूरत से तो एक जैसे दिखाई दे सकते हैं लेकिन उनके स्वभाव, बुद्धि, शारीरिक, मानसिक तथा संवेगात्मक विकास में भिन्नता अवश्य मिलती है । यह व्यक्तिगत विभिन्नताएं कई प्रकार की हो सकती हैं। रंग , रूप आकार , बुद्धि आदि अनेक बातें भिन्नता को स्पष्ट करती हैं।
व्यक्तिगत भिन्नता का सबसे पहले प्रयोग फ्रांसीसी वैज्ञानिक गाल्टन ने किया ।
कुछ प्रमुख परिभाषाएं निम्न प्रकार है -
टाइलर के अनुसार
" शरीर के रूप , रंग , आकार , कार्य की गति , बुद्धि ज्ञान , उपलब्धि , रूचि आदि लक्षण में पाई जाने वाली भिन्न्ता को व्यक्तिगत भिन्नता कहते हैं । "
जेम्स ड्रेवर के अनुसार
" कोई व्यक्ति अपने समूह के शारीरिक तथा मानसिक गुणों के औसत से जितनी भिन्नता रखता है जिनका मापन एवं मूल्यांकन किया जा सकता है । "
व्यक्तिगत भिन्नता के कारण निम्न हैं -
1- वातावरण
2- आयु एवं बुद्धि
2- वंशानुक्रम
3- लिंगभेद
4- परिपक्वता
*Only Educational purposes*
Nice
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंBahut bafiya sir ji
जवाब देंहटाएंSir please provide us The questions more please please sir we are waiting for your new post
जवाब देंहटाएंSir please post ( Describe the impact of urbanization and economic change in construction and change of children?)
Hindi medium.....
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