Creativity ( सर्जनात्मकता )
बाल विकास
BTC ( D.El.Ed. )
सृजनात्मकता का अर्थ -
सृजनात्मकता शब्द को अंग्रेजी में ( Creativity ) कहते हैं। इस शब्द की उत्पत्ति केरे शब्द से मानी जाती है जिसका अर्थ है अस्तित्व में आना, जब इसका प्रयोग हम विस्तृत रूप में करते हैं तो इसका अभिप्राय योग्यता, कल्पना, शक्ति से जाना जाता है।
डॉ रघुवीर ने इसका अर्थ सृजन करना , उत्पन्न करना ,सृजित करना , बनाना बताया है।
कुछ मनोवैज्ञानिको ने सृजनात्मतकता का अर्थ साहसिक चिंतन, नए अनुभव से हटकर नए रास्ते पर चलना आदि बताया है।
स्टेन के अनुसार- " जब किसी कार्य का परिणाम नवीन हो, जो किसी समय मे समूह द्वारा उपयोगी मान्य हो वह कार्य सृजनात्मतमकता कहलाता है। "
सी वी गुड के अनुसार - " सृजनात्मकता का विचार है जो किसी समूह में विस्तृत सतत का निर्माण करता है। सर्जनात्मकता के कारक है सहचर्य, मौलिकता , अनुकूलता, सतत तथा तार्किक विकास की योग्यता। "
सृजनात्मकता बालको के प्रकार-
1- वैज्ञानिक सृजनात्मकता ( scientific creativity )
2- तकनीकी सृजनात्मकता ( technical creativity )
3- साहित्यिक सृजनात्मकता ( Literature creativity )
4- शैक्षिक सृजनात्मकता . ( Academic creativity )
5- संगीतात्मक सृजनात्मकता ( Musical creativity )
6- सौंदर्यात्मक सृजनात्मकता ( beautical creativity )
सृजनात्मकता बालकों की पहचान-
सृजनात्मक बालक सामान्य बालकों के समान ही व्यवहार करते पाए जाते हैं अतः सृजनात्मक बालकों की पहचान निम्न प्रकार से कर सकते हैं।
1- यह बालक विस्तृत रुचियों को रखते हैं ।
2- वे स्वतः जागरूक होते हैं ।
3- यह जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं ।
4- यह दूसरों के विचारों के आदान-प्रदान में रुचि लेते हैं ।
5- यह बालक भावी बुद्धि के होते हैं ।
6- यह शाब्दिक कौशल में निपुण होते हैं ।
7- ऐसे बालक आत्मविश्वासी व साहसी प्रवृत्ति के होते हैं ।
8- इन बालकों का समायोजन प्रतिभाशाली बालकों जैसा ही होता है ।
सृजनात्मकता की विशेषताएं -
हरलॉक ने सन 1978 में सृजनात्मकता की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्न प्रकार बताइ -
1- सृजनात्मकता एक योग्यता है यह उत्पादन नहीं है ।
2- सृजनात्मकता चाहे मौखिक हो या लिखित या मूर्त हो या अमूर्त प्रत्येक अवस्था में व्यक्ति के लिए यह अभूतपूर्व होती है यह किसी नए और भिन्न उत्पादन का मार्ग निर्देशन करती है ।
3- सृजनात्मकता चिंतन के फलस्वरुप उत्पन्न होती है ।
4- सृजनात्मकता चिंतन का एक तरीका है यह बुद्धि का पर्यायवाची नहीं है ।
5- सृजनात्मकता की प्रक्रिया लक्ष्य निर्देशित होती है या तो व्यक्ति के लिए लाभदायक होती है अथवा यह समूह और समाज के लिए भी लाभदायक होती है ।
सृजनशीलता का स्वरूप ( Nature of creativity ) - सृजनात्मकता सीखने में बहुत उपयोगी है यह छात्र और छात्राओं के लिए कुछ नया करने को प्रेरित करती है इस को हम निम्न प्रकार समझ सकते हैं ।
1- सृजनात्मकता जन्मजात अर्जित है -
मनोवैज्ञानिकों ने इस बात का शोध किया है कि सर्जनात्मकता का लाभ प्रत्येक व्यक्ति को नहीं मिलता लेकिन सृजनात्मकता का विकास अच्छी शिक्षा का अनुभव प्राप्त करके किया जाता है ।
सृजनात्मकता एक ईश्वर का उपहार है ।
2- सर्जनात्मकता तथा बुद्धि-
विभिन्न सूत्रों के अनुसार पता चलता है कि उच्च बुद्धि लब्धि वाले व्यक्ति सृजनशील नहीं होते इसके विपरीत कम बुद्धि वाले व्यक्ति भी सृजनशील हो सकते हैं ।
3- सर्जनात्मकता सार्वभौमिक है ( creativity is Universal ) -
सृजनशीलता में रंग-भेद ,आर्थिक स्तर, जाति, संस्कृति व सामाजिक स्तर का कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति में सृजनात्मकता के तत्व पाए जाते हैं ।
" वाकर मेहंदी " पहले भारतीय थे जिन्होंने सृजनात्मकता परीक्षण किया।
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*Only for Educational purpose*
Important knowledge Sir ji
जवाब देंहटाएंVisual communication means in Hindi
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